Saturday 20 August 2016

दिमाग को hard work करना कैसे सिखाए!



दिमाग हमारे शरीर का एक बहुत ही महतवपूर्ण अंग है! हमारे पूरे शरीर का नियंत्रण दिमाग ही करता है! स्वभाविक रूप से हमारा दिमाग बड़ा चंचल होता है! चंचल मतलब(हमारा दिमाग किसी एक चीज पर ज्यादा देर तक टिका नही रहता), एक टाइम वो किसी और चीज के तरफ भागता है तो अगले ही पल किसी और चीज की तरफ! ये सिलसिला हमेशा ऐसे ही चलता रहता हैं! Short में लिखने का मतलब हैं कि हमारा दिमाग एक बन्दर की तरह action करता है(एक पेड़ से दुसरे पेड़ पर छलांग लगाना)!
हमारा दिमाग कई अच्छी चीजों से दूर भागता हैं जैसे: मेहनत, अनुशासन, धैर्य! और सही बात यही हैं कि जिन चीजों से हमारा दिमाग दूर भागता हैं, वोही चीज़े एक सफ़ल जीवन जीने के अनमोल रत्न हैं!
और आज हम बात करेंगे, मेहनत(परिक्षम) के बारें में!

मेहनत मतलब होता है किसी भी कर्म में अपने दिमाग की पूरी शक्ति और समय झोक देना! मेहनत दो tools से होती हैं: शक्ति(energy) और समय! शक्ति और समय दोनों ही बहुत महतवपूर्ण हैं, इनके बिना hardwork या मेहनत का कोई अर्थ नही हैं!


तो आइये जानते हैं, शक्ति और समय को कैसे हासिल करे?

देखिये, सबसे पहले energy पर गौर फरमाइये! आपके शरीर में जितनी ज्यादा energy होगी उतनी ज्यादा आप मेहनत कर पाएंगे! Milk(दूध), Butter(घी) ये सब घर में आसानी से उपलब्द है! पर एक और ऐसी चीज है जिसकी importance लोग भूल जाते है: पानी(water)! 70% हमारी body water से बनी है तो आप इस बात से अंदाजा तो लगा सकते है कि पानी की जरुरत हमारे शरीर को सबसे ज्यादा होगी! 10 गिलास पानी daily पीना चाहिए! पानी का सेवेन आपके दिमाग को energy देगा और आपके शरीर से कई रोगों को दूर भी रखेगा!
जिस तरह से किसी भी वाहन को चलने के लिये पेट्रोल, डीजल या गैस की जरुरत होती हैं उसी प्रकार दिमाग को भी चलाने के लिए प्रॉपर vitamins-minerals (कहने का मतलब है एक energy डाइट की जरूरत पडती है)!


चलिए आपको कुछ best foods and drinks के बारे में बताते हैं जो आपको physical और mental दोनों energies प्रदान करेंगे:-

·      Coffee: और coffee को हम बोल सकते है, perfect pre-workout beverage! ये आपको अच्छा calcium और vitamin D देगी!

·      Soyabeans: Soyabeans एक highly energizing नुत्रिएन्त्स के रूप में जानी जाती है! Soyabeans में B vitamins, copper और phosphorous होता है! B vitamins carbohydrates को break कर देते है और break carbohydrates हमारे लिये energy fuel के तौर पे काम करता हैं! Copper और phosphorous हमारे eaten food को energy में convert करके body के cells तक पहुचाते हैं!

·      Trail मिक्स: ये combination होता है, nuts and dried fruit का! Nuts and dried fruits एक लाजवाब combination बनाता है healthy fats, fiber and protein का! Fiber आपके भोजन को energy में तोड़ता है, fats आपके शरीर को long लास्टिंग energy provide करवाते है, proteins आपके damage muscles को repair करते हैं!

·      Water: जो responsible होता है जरूरी नुत्रिएन्त्स(nutrients) को हमारी body में ट्रांसपोर्ट करने के लिये! पानी हमारी body के cells को repair करने में एक अहम भूमिका अदा करता है!

अब बात आती है टाइम(time) की! जो अपने टाइम को utilize कर लेता है उसी को सफलता मिलती है!


पर समय को सही से utilize(use) कैसे करा जाए?

·      सबसे पहले एक लिस्ट(list) बनाये और लिखे की आप अपने पूरे दिन में क्या करते हैं? सुबह उठने से लेकर रात सोने तक, हर काम को लिखें! ऐसा करने से आपको पता लग जायेगा कि आप अपने समय का कहा सदुप्रयोग(well-utilization) करते हैं और कहा नही! अपने full day कर्मो की list बनाने से आप जान जायेंगे कि आप कहा खड़े हों और आपको अब क्या करना हैं, किधर मुड़ना हैं किधर नहीं!


·      जब आप अपने full day कर्मों(works) की list बना ले, उसके बाद आपको ये देखना है कि कोन सा work या कर्म आपका ज्यादा समय लेता है! और इसके बाद ये देखना है की जो work आपका ज्यादा समय लेता है उससे आपको कितना benefit(profit) होता है! अगर आप loss में तो अपने उस work को छोडने की योजना तुरंत बनाइए! इस से आप बिलकुल सटीकता से अपने समय का पूरा सदुप्रयोग कर पायेंगे! और आपका समय भी बर्बाद होने से बचेगा! आप ये भी देखिएगा, जहाँ पर भी आपको अपना जरा सा भी समय बर्बाद हो रहा है(तो वो भी आपका loss है, छोटा ही सही पर loss है), इसीलिए आपको पूरी कोशिश करनी होगी अपने समय को बचाने की!


·      जब आप अपने बेकार के work को हटा ले तो उसकी जगह तुरंत ही किसी दूसरें काम(positive) को दे दीजिये, ऐसा करने से आपका day balance हो जाएगा(आपको खाली-खाली नही लगेगा)! अब बात आती है ऐसे काम को ढूँढने की जो आपको कुछ positive दे! ऐसा क्या काम हो सकता हैं? ये तो आपको खुद ही पता करना होगा! पर मैं आपको बताता हूँ की आप अपने समय का सदुप्रयोग मैडिटेशन(ध्यान) और physical exercises से कर सकते है! मैडिटेशन और physical exercises करने से आपको एक बेहतरीन physical और mental energy मिलती हैं! आप मेरी ये post पढ़ सकते है जो आपको बताएगी, सुपर-learning and memory state develop करने का तरीका: 

मेहनत किसी को भी सफ़ल बना देती हैं!
पर अक्सर ये देखा गया है कि ऐसे कम ही लोग है जो मेहनत सही से कर पाते है! पर ऐसा क्यों?


वो इसीलिए कि जब हम मेहनत करना शुरू करते है तो कुछ समय बाद या कुछ दिन बाद हम रुक जाते है या काम को बीच में ही छोड़ देते है! इसके दो कारण हो सकते है: प्रथम, या तो आपने कभी मेहनत करना नही सीखा और दूसरा, आप अपनी मेहनत से  bore हो गये हों! दूसरे कारण का प्रभाव 90% है और प्रथम वाले का 5% होता है! मेहनत तो करने की कोशिश लगभग सभी करते हैं पर या तो उनकी मेहनत का रोड़ा boredom(बोर होना) होता है या फिर उनकी मेहनत ना करने की आदत! 


सबसे पहले में आपसे boredom के बारे में discuss करता हूँ, boredom मतलब?

Bore मतलब किसी चीज से मन हट जाना और boredom मतलब(bore state)!


Bore क्यों होते हैं हम?

वो इसीलिए, एक काम को हम बार-बार कैसे कर सकते है जबकि हमारा दिमाग बहुत चंचल अथवा बन्दर की तरह बर्ताव करता हैं(मतलब एक पेड से दूसरे पेड़ पर छलांग लगाना, हमारी भाषा में, एक काम को छोड़ कर दुसरे काम को पकड़ना)! पर क्या इसका मतलब ये की हम bore हो कर अपना काम छोड़ दे? नही आपको अपने काम को अलग तरीके से करना होगा! अगर आप का कम वोही रहे पर उसको करने का तरीका बदल जाए, तब आप bore नही होंगे! तब आपको नये challenges और नया मज़ा मिलेगा! कहने का मतलब है कि काम करने के तरीके को बदलो काम को नहीं!

जैसे कभी मुझे कुछ याद नही होता तो में तुरंत ही याद करने के तरीके को बदल देता हूँ! देखियें, मुझे याद दो वजह से नही हो रहा: या तो में bore feel(कर रहा हूँ) या फिर मेरा मन नही हैं! अपने boredom को हटाने और अपने मन को लगाने के लिए मैंने एक बेहतरीन तरीका खोजा! मैंने चीजो को बार-बार दोहराने की बजाये उनके चित्र बनाये और उन्हें समझा! और मुझे बहुत अच्छा and fast positive result मिला(मुझे मेरा टॉपिक अच्छे से और पक्का याद हो गया)! मैंने जो तरीका अपनाया था, उसको visualization कहा जाता हैं! जिसमे चीजों को images form में लिख कर याद किया जाता हैं! 

नोट:- अपने काम करने के तरीके को बदलने से 
आपके  दिमाग में उस काम के प्रति और भी रुची पैदा होती हैं! इसीलिये अपने काम करने के तरीके को बदलना होगा नाकि काम को!


अब बात आती है आदत की! आदत किस को कहते हैं?
  जब हम किसी work(कर्म) को एक regularity पे करते हैं तो उस चीज को बोलते हैं आदत(जिस चीज की लत लग जाए, जो चीज आपकी will(मर्ज़ी) से न छुटे)!
Normally, हमारा दिमाग ग़लत आदत को जल्दी पकड़ता हैं! पर अगर आप चहाते हैं अपनी ग़लत आदत को हटाना तो वो भी आप कर सकते हैं! वैसे यहाँ पे (मेहनत) की आदत को कैसे बनाये की बात चल रही हैं? तो चलिए इसी टॉपिक पर आगे बढ़ते हैं!


 मेहनत(किसी भी काम में) करने की आदत डालने की कुछ टिप्स:


·      सबसे पहले, अपने interest को detect करिए! खुद से पता करिये की आपको interest (किस चीज में)! हमेशा अपने interest के हिसाब से अपना field(कर्म) चुनिए!
·      अपने interest को जानने के बाद उसको सर्वप्रतम रखिये(सब कामों से ऊपर)! अपने work area की full list बना के हर चीज से update रहियें!


·      अपने काम के करने के तरीको में एक तय समय में बदलाव लाइये, आपक कभी किसी से uncomfortable/bore feel नही करेंगे!


·      कोई भी अच्छी आदत आप एक महीने में adopt कर सकतें हैं! इसीलिए आप को(मेहनत करते हुए) सिर्फ 1 या 2 महीने अजीब लगेगा!


·      आप अच्छी आदत तभी बना के रख पाओगे जब आप daily good energy के साथ अपना daily-day time follow करें! और ऐसा करने के लिए आपको good energy डाइट लेनी होगी!


·      आपको ये compare करना होगा, आप मेहनत करने के बाद से क्याँ पा रहे हैं? और मेहनत करने से पहले आपके पास क्याँ-क्याँ था? ऐसा करने से आप जान जायेंगे कि आपकी मेहनत बेकार नही जारी!

ये post यही खत्म होती हैं! आशा हैं: आपको अच्छी लगी होंगी!

Friday 12 August 2016

अवचेतना(subsconscious) मन के believe सिस्टम को use करें!





इंसान प्रक्रतिक रूप से बहुत ही बुद्धिमान होता है!जिस तरह से एक चीज को कई तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है: उसकी प्रकार दिमाग को भी दो तरीके से इस्तेमाल किया जाता है!


पहेला, चेतना रूप में (यानि conscious रूप)
दूसरा, अवचेतना रूप में (यानी subsconscious रूप)



हम जो भी अपनी जागरूक अवस्था में करते हैं उसे हमारा चेतना कर्म कहते है!
हम जो भी automatically अवस्था में करते हैं use हम बोलते है हमारा अवचेतना कर्म



अवचेतना कर्म में चीजे अपने आप होती हैं जैसे हमारा सास लेना – हमारी सास लेने की किर्या automatic चलती है! वही चेतना कर्म हमारे self के कारण चलता है जैसे बोलना, चीजो को उठाना!



ये कहा जाता है की हमारे अवचेतना मन के पास अद्भुत शक्तियां होती है, जैसे, हमारे अवचेतना में हमारी अबतक की पूरी life record है!


कहा जाता है की जो भी अपने अवचेतना को use करना सीख जाता है, वो कुछ भी पा सकता हैं!


पर अवचेतना मन ऐसा क्या प्रभाव डालता है जो हमारी life पूरी तरह से बदल जाती है!


चलिए, आज आपको अवचेतना को use करके प्रभाव डालने का तरीका बताते है!


Believe (विश्वास)! हम जो भी believe करते है हम वो बन जाते है (गौतम बुद्ध) !


ये बात बिल्कुल सत्य है, हम जो भी विश्वास करते है हम वो बन जाते है! सीधे सीधे शब्दों में अगर बोला जाये तो हम अपने विश्वास को धारण करते है!


परन्तु अवचेतना मन से विश्वास का क्या मेल?


हाँ, मेल है! हमारा अवचेतना मन हमारे विश्वास को store करता है और उसी को देखते हुए हमे संदेश भेजता है! जैसे, में आज fail हो जाऊंगा का विश्वास आपके अवचेतना मन में store हो के पूरी body में negative signals का संचार करेगा! और आपकी सफलता का स्तर ना के बराबर हो जायेंगा! वही, आज में पास हो जाऊंगा का विश्वास आपके अवचेतना मन में store हो के पूरी body में positive signals का संचार कर देगा! और आपको सफलता का स्थर बढ़ जाएगा!

नैचुरली ये देखा गया है की हमारे अवचेतना मन में ज्यादातर negative believes हीं store है! जिसके कारण हम सफलताएं अर्जित करने से बार-बार रहे जाते हैं! पर इस चीज का भी इलाज हैं, आप अपने अवचेतना मन में positive believes store कर सकते हैं!


Positive believe को कैसे store करे?

नंबर एक, Positive visualization करें! visualization एक imaginary यानी एक काल्पनिक process है! इस process में आप अपने दिमाग में images बना के चीजों को समझते अथवा practice करते है!

ये देखा गया है, जो चीजों को images की form में याद करता है, वो उन चीजों को एक लंबे समय तक याद रखता है! इसीलिए इसे एक good learning and remembering process कहा गया हैं!


ख़ैर अब बात करते है, कैसे visualization की सहायता से अपने अवचेतना मन में बदलाव करे!


·      सबसे पहले, अपने आप को imagine करो! मतलब की अपने आप की एक image अपने दिमाग में बनाओ!

·      उसके बाद, अपने आप से कुछ चीजे attach कर दो! जैसे की आपने अपनी इमेज पहले point में बना ली है, उसके बाद, 2-3 शब्दों की line का इस्तेमाल करें: मैं बहुत मेहनती हूँ, मैं आत्मविश्वास से भरा हुआ हूँ, मैं सब कुछ कर सकता हूँ! ये points आप अपनी इमेज के साथ जोड़ दे!


·      10 मिनट का समय रोज इन 2 points(2 line) को अपने दिमाग में दे! याद रखे, ये जो ऊपर 2 line मैंने बताई हुई हैं, वो आपके अवचेतना मन में positive signals का संचार कर देंगी! और आपने जैसा imagine(visualization) करा है, आप वैसे ही बन जाओगे! यानी की आप एक मेहनती, आत्मविश्वासी, कुछ भी पाने वाले मनुष्य बन जाओगे!

दूसरा आता है affirmations! Affirmations, positive words को बार बार दोहराने की क्रिया है! Affirmations भी ठीक visualization की तरह है, पर visualization में तो आप किसी भी चीज की कल्पना कर सकते है! पर affirmations में आप सिर्फ शब्दों का इस्तेमाल कर सकते है! परन्तु फिर भी affirmations, एक कारगर उपाय है अपने अवचेतना मन में positive believes store करने का!


तो चलियें, आज affirmations को करने का मार्ग जानते हैं:-

·      सबसे पहले, ये जान लेना जरुरी होगा की affirmations, केवल और केवल शब्दों का एक जाल हैं जो आपके अवचेतना मन को trick करेगा! इसीलिए शब्दों का चयन करना अधिक ही महतवपूर्ण है! हमेशा positive शब्द ही चुनिए!

·      आप अपने चयनित शब्दों को 2 तरीके से इस्तेमाल कर सकते है! एक तो utter method और दूसरा written method! दोनों ही methods अपने आप में सर्वश्रेष्ठ हैं!

·      Utter method में आपको, positive words को या तो अपने मन में बार बार दोहराना होंगा! या फिर जोर से बार-बार बोलना होगा! जो भी तरीका आप को सही लगे आप उसका चयन कर सकते हैं!

·      Written method में आपको, positive words को या तो अपने मन में लिखना होंगा! या फिर एक copy (या page) पर बार-बार लिखना होंगा! आप positive words को अपने दिमाग में बड़े आराम से लिख सकते हैं! जैसे: मैं आत्मविश्वासी हूँ, इस 3 शब्दों को बारी-बारी अपने दिमाग में images form में उतारे! जैसे पहले: मैं की इमेज बनाइए, फिर आत्मविश्वासी की, और अंत में हूँ की! Afirmations आपके अवचेतना मन में store हो कर, आपके अन्दर positive signals भर देंगा! और फिर आपकी सफलता निश्चित हैं!

·      Last point में आपको regularity के बारे में जागरूक करता हूँ और आपको बताता हूँ की regularity ही एकमात्र अमृत हैं! जिसने इस अमृत को पी लिया वो अपने कर्म में अमर अजय हो गया! Regularity का मतलब होता हैं, किसी काम को रोज करना (चाहें आप एक घंटा पढ़े या 2, पर पढ़े रोज)! आप affirmations को daily 5-10 मिनट दे सकते है!